कमल नाथ सरकार जाते ही दिग्विजय सिंह का विरोध तेज, कांग्रेसियों ने भूमिका पर खड़े किए सवाल

 मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार जाते ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ विरोध के स्वर तेज होने लगे हैं। विधानसभा की रिक्त हुई 24 सीटों पर उपचुनाव होना हैं। इनमें अजा-जजा वोट बैंक का फायदा उठाने के लिए कांग्रेस के कुछ दिग्गज नेताओं ने राज्यसभा उम्मीदवार फूलसिंह बरैया के पक्ष में हाईकमान को पत्र लिखा है। पत्र में उन्होंने मप्र के राज्यसभा चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी फूलसिंह बरैया को प्राथमिकता क्रम में पहले नंबर पर रखकर उन्हें राज्यसभा में भेजने की मांग की है। पत्र में नेताओं ने दलील दी है कि बरैया के राज्यसभा में जाने से कांग्रेस को उपचुनाव में अजा-जजा वोट बैंक का लाभ मिलेगा।


गौरतलब है कि 26 मार्च को मप्र की तीन राज्यसभा सीटों के लिए होने वाले चुनाव में कांग्रेस की ओर से दिग्विजय सिंह और फूलसिंह बरैया प्रत्याशी हैं। नए सियासी समीकरण के कारण कांग्रेस अब सिर्फ एक सीट जीतने की स्थिति में है। ऐसे में पार्टी हाईकमान से पहले और दूसरे क्रम के उम्मीदवार तय करने की मांग की गई है। हाईकमान को लिखे पत्र में बरैया को राज्यसभा में भेजने से उपचुनाव में पार्टी को होने वाले फायदे गिनाए गए हैं। बरैया की ग्वालियर-चंबल संभाग में अजा-जजा वोट बैंक पर पकड़ बताते हुए नेताओं ने आगामी विधानसभा उपचुनाव में पार्टी को ज्यादा से ज्यादा सीटें मिलने की उम्मीद जताई है।